विश्व में ये है सबसे कम जीवन प्रत्याशा वाले देश

जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) एक सांख्यिकीय माप है जो किसी विशिष्ट आयु में किसी व्यक्ति के औसत जीवनकाल को दर्शाती है। यह दर्शाता है कि, औसतन, उस आयु के व्यक्ति कितने वर्षों तक जीवित रह सकते हैं यदि वर्तमान मृत्यु दर और स्वास्थ्य परिस्थितियाँ भविष्य में भी स्थिर रहें।

जीवन प्रत्याशा को प्रभावित करने वाले महत्तपूर्ण कारक 

  1. स्वास्थ्य सेवाएँ: चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता।
  2. पोषण: संतुलित और पर्याप्त आहार।
  3. जीवनशैली: व्यायाम, धूम्रपान, शराब का सेवन आदि।
  4. पर्यावरण: स्वच्छ पानी, स्वच्छ हवा, और सुरक्षित आवास।
  5. आर्थिक स्थिति: गरीबी, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा।
  6. शिक्षा: स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता।

जीवन प्रत्याशा विभिन्न देशों और समुदायों में अलग-अलग हो सकती है और यह समय के साथ बदलती रहती है, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं और जीवनशैली में सुधार के कारण।

आइए जानते है कुछ ऐसे देशों के बारे में जहां जीवन प्रत्याशा अपने न्यूनतम स्तर पर आ गई है।

चाड 

चाड, जिसे आधिकारिक रूप से चाड गणराज्य (Republic of Chad) कहा जाता है, मध्य अफ्रीका में स्थित एक स्थलरुद्ध देश है। चाड की सीमा उत्तर में लीबिया, पूर्व में सूडान, दक्षिण में मध्य अफ्रीकी गणराज्य, दक्षिण-पश्चिम में कैमरून और नाइजीरिया, और पश्चिम में नाइजर से लगती है। यहां की राजधानी शहर न’दजामेना है। यह देश अनेकों स्वास्थ्य चुनौतियां से जूझ रहा है और इसका मुख्य कारक यहां बड़े स्तर फैला कुपोषण और बाल मृत्यु दर है। आप यह जानकर चौंक जाएंगे की यहां की जीवन प्रत्याशा मात्र 53 वर्ष है।

नाइजीरिया 

नाइजीरिया पश्चिम अफ्रीका में स्थित एक देश है, जो क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों के मामले में अफ्रीका का सबसे बड़ा देश है।नाइजीरिया की सीमा पश्चिम में बेनिन, उत्तर में नाइजर, पूर्व में चाड और कैमरून तथा दक्षिण में अटलांटिक महासागर से लगती है।देश की राजधानी अबुजा है, जबकि सबसे बड़ा शहर लागोस है।

  • यहां की जीवन प्रत्याशा भी 53 वर्ष है,नाइजीरिया भी अफ्रीका महाद्वीप के सबसे गरीब देशों में से एक है,एक रिपोर्ट के अनुसार प्रतिवर्ष हजारों लोग भोजन न मिलने के चलते अकाल मृत्यु की गोद में समा जाते है। यहां की स्वास्थ्य सुविधा जर्जर अवस्था में है एवं कुपोषण चरम पर है।
  • लेसोथो
  • लेसोथो पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीका से घिरा हुआ है, इसलिए इसे भू-आवेष्ठित देश कहा जाता है। देश की राजधानी मसेरू है।लेसोथो की भौगोलिक विशेषता यह है कि यह 1,400 मीटर (4,593 फीट) से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे यह दुनिया का एकमात्र देश है जो पूरी तरह से इतनी ऊंचाई पर स्थित है।
  • अगर जीवन प्रत्याशा की बात की जाय तो यह भी 53 वर्ष पर सिमट जाता है।यह देश भी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है और गरीबी का सितम सह रहा है, यहां की जनता भी भोजन के लिए जूझती नजर आई है

सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक

सेट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (सीएआर) मध्य अफ्रीका में स्थित एक भूमि-बद्ध देश है।सीएआर की सीमा उत्तर में चाड, उत्तर-पूर्व में सूडान, पूर्व में दक्षिण सूडान, दक्षिण में कांगो गणराज्य और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, और पश्चिम में कैमरून से लगती है।देश की राजधानी बांगुई है।

यहां की जीवन प्रत्याशा 54 वर्ष है,और यह देश भी गरीबी से त्रस्त है,यहां भी स्वास्थ्य ढांचे का अभाव है । यहां के लोग कुपोषण से लड़ते आए है और आज भी मुख्य धारा में आने के लिए जूझ रहे है।

 

दक्षिण सूडान 

साउथ सूडान एक दक्षिणी सूडान में स्थित देश है, जो 2011 में सूडान से अलग होकर आजाद हुआ था।साउथ सूडान का क्षेत्रफल लगभग 619,745 वर्ग किमी है और इसकी सीमा पश्चिम में सूडान, उत्तर में ईथोपिया, पश्चिम में युगांडा, और दक्षिण में कोंगो गणराज्य से मिलती है। यहां की राजधानी जुबा है। यहां की जीवन प्रत्याशा 55 वर्ष है,यह देश आंतरिक संघर्ष से जूझ रहा है। भोजन ,असुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से देशवासी परेशान है।

 

सोमालिया 

सोमालिया एक अफ्रीकी देश है जो पूर्वी अफ्रीका में स्थित है। यहाँ कई समस्याओं का सामना हो रहा है, जैसे कि आर्थिक अस्थिरता, आकस्मिक उत्पीड़न, और राजनीतिक अस्थिरता।यहां की राजधानी मोगादिशु हैसोमालिया दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकटों में से एक है। भीषण सूखे और भोजन की कमी के परिणामस्वरूप लाखों लोग विस्थापन से प्रभावित होते हैं । यहां की जीवन प्रत्याशा  55 वर्ष है।

आशा करता हूं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा,

 

 

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